मेरे अपने
डायरी के पन्ने...
शनिवार, 24 मार्च 2012
शहीद दिवस पर कुछ हायकू
मिट गए वो
वतन पे अपने
वीर जियाले
__
भगत सिंह
संग थे सुखदेव
थे राजगुरु
__
रंगे बसंती
रंग में सारे वीर
थे अभिमानी
__
हँसके चूमा
फांसी की बेदी जो थी
शहीद हुए
__
तेईस मार्च
काला दिन हो गया
इतिहास का
_ :
कौशल
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