रविवार, 7 सितंबर 2014

भूख

भूख
सरेआम बिकती है
चौराहों पर
सड़क के किनारे
मंदिरों के बाहर
मस्जिदों के
छोटे गलियारों पर
पेट कि भूख
विचारों कि भूख
अरमानो कि भूख
दरअसल
रोटी का अस्तित्व
ही तब-तक है
जब तक भूख है

11 टिप्‍पणियां:

  1. सब कुछ कह दिया आपने चंद लफ़्ज़ों में
    मार्मिक

    जवाब देंहटाएं