याद रहेगी
मन के बिखरावों
कि सीमा
जलते बुझते ख़्वाबों
कि चोखट याद रहेगी
याद रहेगी
इस धरती से
उस अम्बर तक
उम्मीदों के बनने मिटने
कि अनबन याद रहेगी
याद रहेगी
दिन कि वो ख़ामोशी
चाँद कि रातों में आने कि
तानाशाही याद रहेगी
याद रहेगी
वादों के बंटवारे
दिल कि गहराई में
उलझन तडफन याद रहेगी
मन के बिखरावों
कि सीमा
जलते बुझते ख़्वाबों
कि चोखट याद रहेगी
याद रहेगी
इस धरती से
उस अम्बर तक
उम्मीदों के बनने मिटने
कि अनबन याद रहेगी
याद रहेगी
दिन कि वो ख़ामोशी
चाँद कि रातों में आने कि
तानाशाही याद रहेगी
याद रहेगी
वादों के बंटवारे
दिल कि गहराई में
उलझन तडफन याद रहेगी
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