शनिवार, 28 अप्रैल 2012

आदेश


शंखनाद हुआ
प्रभंजो का समावेश
विकराल अलापो का दुर्दांत अंत:क्लेश
जागो पांडवो
युद्ध की घडी चुकी है
अट्टहास लगाये काल
सर पे खड़ा है
उठो जागो
कौरव रूपी पाप की सेना
खड़ी है कुरुक्षेत्र में
आज धर्म का मान रखने
उतरना है तुम्हे रणभूमि में
शंखनाद हो चुका है
कुछ विकराल चहरे
डरावने कुछ वीभत्स
हमला करने को आतुर हैं
समाज में फैले कौरव
द्रोपदी का चीरहरण कर
नाच रहे हैं
समय है धनुष में संधान धरो
और कूद पड़ो रण में .......
_____________ :कौशल

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